Subsidy on Onion Storage: किसान दिन रात मेहनत करके सही प्रकार से फसल का उत्पादन करते हैं. ऐसे में फसलों का सही प्रकार से भंडारण करना भी जरूरी होता है. कई बार ऐसा होता है कि फसलें कटाई होने के बाद भी खेतों में पड़ी रह जाती है और सड़ जाती है. इसकी वजह से किसानों को भारी भरकम नुकसान को उठाना पड़ता है. सभी किसानों के पास फसलों के भंडारण के लिए जगह उपलब्ध नहीं होती है. ऐसे में फसलों के उचित मैनेजमेंट के लिए फसलों को भंडार गृह में भेज दिया जाना चाहिए. लेकिन ज्यादातर किसानों की पहुंच से दूर होने की वजह से भंडार गृह पहुंच पाना संभव नहीं होता है. ऐसे में गांव के अंदर ही खुद की भंडारण यूनिट खोलकर आप अच्छी खासी अर्निंग कर सकते हैं. इसके लिए सरकार आपको 50% की सब्सिडी देती है. राज्य के लगभग 10000 किसानों को 2550 भंडारण यूनिट स्थापित करने हेतु लगभग ₹870000000 का अनुदान दिया जाएगा.
Subsidy on Onion Storage – कितनी लागत आएगी
खबरों के अनुसार अगर कोई भी किसान एक भंडारण यूनिट जिसमें प्याज और आलू का भंडारण किया जा सके लगाता है तो उसे एक यूनिट बनाने में ₹175000 की लागत आएगी. इसमें सरकार की तरफ से 50% की सब्सिडी मिलेगी.
क्या है योजना का नाम
राजस्थान सरकार ने कृषि बजट 2023-24 के अंतर्गत प्याज और आलू की भंडारण इकाइयों को खोलने के लिए अनुदान देने का ऐलान किया है. इस योजना का नाम राष्ट्रीय कृषि विकास योजना है जिसके तहत 1450 भंडारण यूनिट खोली जा रही है. जिसके लिए किसानों को सब्सिडी भी प्रदान की जा रही है.
प्याज भंडारण यूनिट की जरूरत
हम सभी जानते हैं कि जलवायु परिवर्तन की वजह से हमारी फसलें अक्सर खराब होती रहती है. हर बार तेज बारिश आंधी अथवा ओलावृष्टि की वजह से कटी हुई फसलें खराब हो जाती है. ऐसे में हमें भंडारण यूनिट की जरूरत है, जहां पर हम अपनी फसलों को स्टोर करके नष्ट होने से बचा सकते हैं. किसान बहुत ही कम खर्च पर भंडारण यूनिट में अपनी फसल स्टोर कर पाएंगे. जिससे उनकी फसलें खराब होने से बच सकती हैं और उनका मुनाफा बढ़ता है.
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