Gobardhan Yojana: भारत के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में नया बजट पेश किया है. इस बजट के अंदर इन्होंने गोबरधन योजना को लेकर भी कई घोषणाएं की है. वित्त मंत्री ने बताया है कि सर्कुलर इकोनामी को बढ़ाने के लिए गोबरधन योजना बहुत ही महत्वपूर्ण साबित होगी. इस योजना के तहत 500 नए वेस्ट टू वेल्थ प्लांट स्थापित किए जाएंगे. इन प्लांट की मदद से गोबर से बायोगैस बनाई जाएगी.
सरकार शहरी क्षेत्रों में गोबरधन योजना के अंतर्गत 75 से भी अधिक प्लांट लगाएगी. जिसमें 200 से ज्यादा कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट और 300 कम्युनिटी या क्लस्टर आधारित प्लांट शामिल होंगे. सरकार का लक्ष्य इस योजना के अंतर्गत 10000 करोड रुपए का इन्वेस्टमेंट करना है. इस योजना से देश के एक करोड़ से भी ज्यादा किसानों को लाभ मिलने वाला है जिससे प्राकृतिक खेती करने में भी मदद मिलेगी.
क्या है गोबरधन योजना?
सरकार द्वारा संचालित की जा रही गोबरधन योजना की शुरुआत साल 2018 में हुई थी. इस योजना के तहत सरकार ने मुख्य उद्देश्य कचरे को कम करना रखा है. स्वच्छता को बनाए रखने का लक्ष्य रखा गया है. सरकार इस योजना के तहत खेती करने में उपयोगी प्राकृतिक खाद का सर्जन करेगी. अपशिष्ट पदार्थों को कम करके देश में स्वच्छता का माहौल बनाने का काम होगा.
इसके अलावा गांव की आबोहवा में सुधार होगा और ग्रामीण क्षेत्र में रह रहे लोगों को खाना पकाने के लिए बायोगैस और सीएनजी भी मिलेगी. ईधन पहले से बहुत महंगा हो गया है इसकी वजह से बायोगैस और सीएनजी से भी सस्ता ईंधन लोगों को उपलब्ध हो जाएगा.
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