WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Chat GPT ने उड़ाया रामायण का मजाक, उठी कारवाई की मांग

Chat GPT: चैट जीपीटी का नाम इन दिनों आपने कहीं ना कहीं जरूर सुना होगा. इस टेक्नोलॉजी को गूगल सर्च इंजन का विकल्प बताया जा रहा है लेकिन टेक्नोलॉजी के साथ ही इस चैट जीपीटी के साथ धार्मिक भावनाएं भी जुड़ गई है. इसका इस्तेमाल हिंदू धर्म के खिलाफ नफरत फैलाने के लिए भी किया जा रहा है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग हिंदू देवी देवताओं का मजाक उड़ाने के लिए किया जा रहा है, जिसका खुलासा हाल ही में हुआ है.

Chat GPT ने उड़ाया रामायण का मजाक, उठी कारवाई की मांग
Chat GPT ने उड़ाया रामायण का मजाक, उठी कारवाई की मांग

Image Source

चैट जीपीटी का आपने भी कभी ना कभी उपयोग जरूर किया होगा. इस तकनीक के अंदर जीपीटी का मतलब है जेनरेटिव प्रिट्रेंड ट्रांसफार्मर जो एक प्रकार का रोबोट है. आप इससे कोई भी सवाल पूछते हैं तो यह उसका जवाब आपको देता है. अगर आपको किसी भी टॉपिक के बारे में कुछ भी लिखना है तो यह आपको लिख कर देता है. अगर आपको किसी को एप्लीकेशन लिखना है, लव लेटर लिखना है अथवा किसी भी प्रकार का पैराग्राफ लिखना है तो यह आपको लिख कर देता है. इसके साथ ही आप इससे देश दुनिया से जुड़ा कोई भी सवाल पूछ सकते हैं. आपको बिल्कुल सही जवाब मिलता है.

Chat GPT ने उड़ाया धार्मिक भावनाओं का मजाक

चैट जीपीटी एक सॉफ्टवेयर है ऐसे में इसके अंदर जो भी कोडिंग की गई है उसके हिसाब से यह जवाब देता है. ऐसे में कुछ सवालों का जवाब इस प्रकार से दे रहा है जो हिंदू धर्म का अपमान करता है. जब चैट जीपीटी से रामायण, महाभारत श्री राम लक्ष्मण सीता आदि के बारे में पूछा गया तो इसने उनका मजाक उड़ाया और उनके बारे में चुटकुले भी सुनाएं.

इतना ही नहीं जब चैट जीपीटी से बाइबल कुरान जीसस आदि धर्म ग्रंथों के बारे में चुटकुले सुनाने के लिए कहा गया तो चैट जीपीटी ने कहा कि यह धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला सवाल है. ऐसे में सिर्फ हिंदू धर्म का सवाल पूछने पर ही यह उसका मजाक उड़ा रहा है. ऐसे में लोग अब इस टूल के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं.

साइबर कानून के अनुसार अगर किसी भी प्रकार का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, धर्म चाहे वह हिंदू हो मुस्लिम हो या इसाई हो उनका मजाक उड़ाता है तो इस प्रकार की घटनाओं के खिलाफ भारत के अंदर ठोस कानून बनाना बहुत जरूरी है. जिससे इस प्रकार के सॉफ्टवेयर निर्माताओं के खिलाफ कार्रवाई की जा सके.

Read Also-

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top